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| उपाय करने के साधारण नियमः
1) उपाय सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य ही करें। अगर समय का आभाव हो या सुबह से लेकर शाम तक समय न मिलता हो तब भी आप सूर्यास्त के बाद भी उपाए केर सकते है। 2) पीड़ित जातक के स्थान पर खून का रिश्ता रखने वाले भाई-बहन, माता-पिता, दादा-दादी इत्यादि भी उपाय कर सकते है। 3) मांस-मछली एंव मदिरा का सेवन न करें। चाल-चलन ठीक रखें व झूठ न बोल। 4) जूठन न खायें न खिलाय, नीयत में खोट न रखें। परस्त्री-परपुरूष से संबंध न रखें। 5) उपाय करते समय नियमों का पूर्ण रूप से पालन करें।6) घर में बच्चे का जन्म हो या किसी की मृत्यु हो जाए तो उस अवधी में उपाय नहीं करने चाहिए। |