वास्तु का उद्देश्य जीवन को शान्त, सुखी एव समृद्ध बनाना है। इसी दृष्टिकोण से हम यहाँ कुछ बातों पर आपका ध्यान खींचना चाहेंगे। यद्यपि ये बड़ी छोटी-छोटी बातें हैं तो भी इनका अभाव बड़ा गहरा होता है। आप चाहें तो इनकी परीक्षा कर सकते हैं। शुरु करने से पहले अपने किसी भी स्थान विशेष जैसे घर, दफ्तर इत्यादि ।
- स्थानों की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए उस स्थान पर पानी में नमक मिलाकर पोछा लगाएं अर्थात् सफाई करें। ध्यान रखें कि नमक की मात्रा बहुत कम होनी चाहिए ।
- यदि किसी स्थान की ऊर्जा विध्वसंक स्थिति में हो तो पानी में गोमूत्र मिलाकर पोछा लगाऐं ।
- घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए सुबह-शाम लोबान की धूप जलानी चाहिए ।
- घर के कोनों में यदि जाले उत्पन्न हो गए हों तो इस बात का संकेत है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा का स्थायी निवास होने जा रहा है अतः इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सभी कोनों की सफाई नियमित अंतराल में होती रहे ।
- घर की दीवारों (विशेषतौर पर उत्तर दिशा की दीवार) को गंदा न होने दें, यदि गंदी हो गई हों तो साफ करें ।
- घर में टूटे खिलौने, टूटे बर्तन, टूटी घड़ी, टूटी मेज-कुर्सी इत्यादि रखने से घर के सदस्यों पर बीमारियां हावी हा जाती है इसलिए इन्हें घर में स्थान न दें ।
- घर की दीवार घड़ी का बंद होना अच्छा संकेत नहीं है इसलिए बंद पड़ी घडियों को तुरंत ठीक करवाएं ।