Favourable Gems/राशि रत्न Tantrik Pendant/ तांत्रिक लाकेट Baby Names/बच्चों के नाम |
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लहसà¥à¤¨ रखने से कà¥à¤¯à¤¾ होता है? (Lahsun)
• हम सब ये जानते है के लहसà¥à¤¨ हमारी धरती पर सब से सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦ à¤à¥‹à¤œà¤¨à¥‹ में से à¤à¤• गिना जाता है। यह कई सारे पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र होता है जो के हमें बहà¥à¤¤ सारे सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ लाठदेता है। इसी लिठआप को लहसून का सेवन हर रोज करना चाहीये। • जैसे के हम सब जानते हैं कि लहसà¥à¤¨ हमें कई बिमारियों से बचाता है जैसे के लिवर की बीमारिओं से रकà¥à¤·à¤¾ करता है, गंजेपन से बचाता है और कई और बिमारियों से हमें सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखता है। लहसून हमारी धमनियों को साफ़ करता है और हमारे खून को शà¥à¤¦à¥à¤§ करता है , जà¥à¤•à¤¾à¤® और फà¥à¤²à¥‚ से राहत देता है। और कई अनà¥à¤¯ बिमारियों में अतिअंत उपयोगी होता है। • इजिपà¥à¤Ÿ वासी (Egyptians) पिरामिडà¥à¤¸ (Pyramids) का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करते समय लहसून को कचà¥à¤šà¤¾ चबाते थे , इस के à¤à¤‚टीबायोटिक और औषधीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ की वजय से। • लहसà¥à¤¨ से हमे Allicin पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है, जो के लहसून में सबसे शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ यौगिक माना जाता है। लहसà¥à¤¨ को मसल कर सेवन करने से इस की शकà¥à¤¤à¤¿ बढ़ जाती है और इस के विपरीत जब आप इस को पका कर खाते है तो आप à¤à¤¸ के गà¥à¤£à¥‹à¤‚ को नषà¥à¤Ÿ कर रहे होते है ,इसी वजह से लहसून को मसल कर उसे 15 मिनटों तक छोड़ दीजिठऔर फिर खाना चाहिà¤à¥¤ इस की दà¥à¤°à¤—ंध को ख़तम करने के लिये आप इस में वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ तेल और अजमोद à¤à¥€ मिला सकते हो। • लहसून को तकिये की नीचे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रखना चाहिठ? शायद आप ने सà¥à¤¨à¤¾ होगा के कई लोग लहसून को सोने से पहले अचà¥à¤›à¥€ नींद के लिठअपने तकिठकी नीचे रखते है। कई लोग सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ के लये अपनी जेब में रखते है। दूनिया में कई लोग लहसून से अपने धूपदान और बरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ को साफ़ करते है नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ दूर करने के लिय। इसी वजय से आपको लहसà¥à¤¨ को अपनी जेब में या अपने तकिये के नीचे रखना चाहिठइस से आपको अचà¥à¤›à¥€ नीद मिलेगी और आप के आसपास की नकारातà¥à¤®à¤• उरà¥à¤œà¤¾ को ख़तम कर देता है। • उचà¥à¤š रकà¥à¤¤à¤šà¤¾à¤ª यानी हाई बà¥à¤²à¤¡ पà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤° को नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठलहसà¥à¤¨ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— सदियों से होता आ रहा है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह धमनियों की à¤à¤‚ठन को दूर कर देता है। हर रोज दो या तीन पूतियाठखाने से ही काफी राहत मिलती है। • वायॠ(गैस) गैस से पीड़ित लोग कचà¥à¤šà¤¾ या अचार के रूप में लहसà¥à¤¨ खाà¤à¤ तो फायदा होता है। • आलसà¥à¤¯, नींद आती रहना व मन गिरे रहने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¥€ लहसà¥à¤¨ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— उचित माना गया है। हर रोज दो या तीन पूतियाठखाने से लाठमिलता है। • हृदय की धमनियों में कोलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤² की अधिक मातà¥à¤°à¤¾ जम जाने के कारण धमनियाठकड़ी हो जाती हैं व हृदयगति रà¥à¤• जाने का खतरा बना रहता है। लहसà¥à¤¨ में कोलेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤² को धमनियों से निकाल देने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ होती है, इसीलिठहृदय रोगों से बचने के लिठलहसà¥à¤¨ का सेवन करना हितकर रहता है। • लहसà¥à¤¨ में कैंसर से लड़ने की à¤à¥€ à¤à¤°à¤ªà¥‚र शकà¥à¤¤à¤¿ होती है व पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों से पाया जाता है कि लहसà¥à¤¨ कैंसर कोशिकाओं को मारने में सहायक हो सकता है। लहसà¥à¤¨ खून को साफ करने का काम à¤à¥€ करता है। रकà¥à¤¤ में से अवांछित ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को निकाल शरीर को नई शकà¥à¤¤à¤¿ देता है। • जोड़ों में दरà¥à¤¦ व सूजन को दूर करने के लिठà¤à¤• दिन में चार या पाà¤à¤š पूती लहसà¥à¤¨ (कचà¥à¤šà¤¾ या आचार के रूप में) खाने से काफी राहत मिलती है। नियमित पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से जोड़ों का दरà¥à¤¦ व सूजन दोनों खतà¥à¤® हो जाती है। • काली खाà¤à¤¸à¥€ होने पर लहसà¥à¤¨ के रस की पाà¤à¤š छह बूà¤à¤¦à¥‡à¤‚ à¤à¤• दिन में तीन या चार बार लेने से काफी लाठमिलता है। खाà¤à¤¸à¥€ काफी आ रही हो तो हर तीन घंटे पर पाà¤à¤š छह बूà¤à¤¦à¥‡à¤‚ लेनी चाहिà¤à¥¤ • लहसà¥à¤¨ का लेप चेहरे पर लगाने से मà¥à¤à¤¹à¤¾à¤¸à¥‡ दूर हो जाते हैं व इनका दाग तक नजर नहीं आता। लहसà¥à¤¨ का लेप लगाने के साथ अगर लहसà¥à¤¨ खाया à¤à¥€ जाà¤, तो राहत और जलà¥à¤¦à¥€ मिलती है। तà¥à¤µà¤šà¤¾ पर खà¥à¤œà¤²à¥€ हो जाने पर à¤à¥€ लहसà¥à¤¨ का लेप आराम देता है। • घावों को धोने के लिठलहसà¥à¤¨ के रस का à¤à¤• à¤à¤¾à¤— तीन à¤à¤¾à¤— पानी में मिलाकर पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करना चाहिà¤à¥¤ लहसà¥à¤¨ में रोगाणॠनाशक शकà¥à¤¤à¤¿ होती है, इसलिठइस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° धोने से घाव रोगाणॠमà¥à¤•à¥à¤¤ हो जाता है। घाव को धोने के बाद लहसà¥à¤¨ को पीसकर घाव पर लगाकर पटà¥à¤Ÿà¥€ बाà¤à¤§ देनी चाहिà¤à¥¤ इससे लाठऔर जलà¥à¤¦à¥€ मिलता है। लहसà¥à¤¨ घाव के दरà¥à¤¦ को à¤à¥€ दूर करता है। • लहसà¥à¤¨ पाचन शकà¥à¤¤à¤¿ बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में à¤à¥€ काम आता है। आà¤à¤¤à¥‹à¤‚ की गति बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के साथ यह पाचक रसों की मातà¥à¤°à¤¾ आहार तंतà¥à¤° में बà¥à¤¾à¤¤à¤¾ है। अपच होने पर लहसà¥à¤¨ को पीसकर पानी या दूध में मिलाकर पीने से काफी लाठमिलता है। आà¤à¤¤à¥‹à¤‚ में सूजन आ जाने पर लहसà¥à¤¨ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से राहत मिलती है लहसà¥à¤¨ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— बालों की जड़ मजबूत करने के लिठà¤à¥€ किया जाता है। बालों की मजबूती के लिठतीन-चार पूती रोज खानी चाहिà¤à¥¤ |