Favourable Gems/राशि रत्न Tantrik Pendant/ तांत्रिक लाकेट Baby Names/बच्चों के नाम |
||||||||||||||||||||||||||
|
||||||||||||||||||||||||||
अनिद्रा व देर से नींद आने वाली समस्याओं से मुक्ति
(ज्ञान मुद्रा / Gyan Mudra)
ज्ञान मुद्रा का अभ्यास करने से साधक को अनिद्रा व देर से नींद आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है। सामान्य रूप से तर्जनी के अग्रभाग को अंगूठे के अग्रभाग से स्पर्श कराने से ज्ञान मुद्रा बनती हैं अर्थात् अग्नि तत्व और वायु तत्व को मिलने से ज्ञान मुद्रा बन जाती है। इस मुद्रा का अभ्यास टहलते हुए, बैठकर या किसी अन्य काम को करते हुए किया जा सकता है। जितना संभव हो, इस मुद्रा का ज्यादा से ज्यादा अभ्यास किया जा सकता है। इस मुद्रा के अभ्यास से हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। इसके लंबे समय तक अभ्यास से आत्मविश्वास और आत्मशक्ति बढ़ती है। यहां हम ज्ञान मुद्रा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे है। भगवान कृष्ण जब गीता का उपदेश दे रहे थे, उस समय वह ज्ञान मुद्रा में थे। इसे लिए श्रीम् भागवत में एक श्लोक भी आया है। मुद्रा विज्ञान में ज्ञान मुद्रा का विशेष स्थान है। यह गायत्री मुद्राओं में से एक मुद्रा है। ज्ञान मुद्रा उस व्यक्ति को भी स्वस्थ बनाती है। जो अनिद्रा और नींद से जुड़ी अन्य समस्याओं से जूझ रहें होते है। इस मुद्रा को हम शांति प्रदान करने वाला योग कहते है। |
||||||||||||||||||||||||||
|
|
|||||||||||||||||||||||||
|
|
|||||||||||||||||||||||||
|
| |||||||||||||||||||||||||
DISCLAMER-There are no guarantees that every person using this service will get their desired results for sure. |