Bhavishy Darshan
New Page 1

Favourable Gems/राशि रत्न


MenuLocket

Tantrik Pendant/ तांत्रिक लाकेट

BabyName-swf
Baby Names/बच्चों के नाम New Page 1


Convocation Photo Gallery
दीक्षान्त समारोह फोटो

 
शंख का जल क्यों छिड़का जाए?
       अभी नीराजन आरती के प्रसंग में शंख में जल भरकर दर्शकों पर छिड़कने का उल्लेख किया गया है यह क्यों?
       ब्रह्मवैवर्त पुराण में लिखा है कि:-
       जलेनापूर्य शंखे च तत्र संस्थापयेद् बुधः। पूजोपकरणं तेन, जलेन क्षालयेत्पुनः।। (ब्र. वै. ब्रह्मखण्ड 26-67)
       अर्थात्- शंख में जल भरकर देवस्थान में रखे, पुनः उससे समस्त पूजा सामग्री का प्रक्षालन करे।
       ‘वस्तु वैचियवाद’ के अनुसार शंखस्थ जल और वह भी विष्णु भगवान् की प्रतिमा के सामने उपहृत परम पवित्र माना गया है। अथर्ववेद के शंख को मणि नाम से स्मरण किया है और इसकी महिमा के वर्णन में पूरा एक सूक्त भरा है। पात्र के संयोग से अमुक वस्तु भी उसके गुणों से प्रभावित हो जाती है, यह प्रत्यक्ष देखा जाता है, जैसे पीतल के वर्तन में मट्ठा विकृत हो जाता है, कांसे प्रोर ताम्बे बर्तन में भी घृत आदि द्रव्य बिगड़ जाते हैं, इसी प्रकार अमुक पात्र में तत्तद् वस्तुवें तद्गुण-सम्पन्न हो जानी स्वाभाविक है। सो शंखस्थ पावक गुणों से अन्यान्य वस्तुओं और दर्शकों को भी लाभान्वित केसे किया जाए-इसका सहज उपाय यही हो सकता है कि तत्संयुक्त जल में शंख के गुणों का आधान करके फिर उसे सर्वत्र वितरण किया जाए। इस क्रिया में यह भी समझ लेना आवश्यक है कि जल में डाले हुए द्रव्यों की विशेषता सौ गुणी हो जाती हैं, यह हम ‘वस्तु वैचियवाद’ प्रघट्ट में सिद्ध कर आये हैं। सो शंखस्थ जल के सेवन से संस्पृष्ट समस्त वस्तुजात विशुद्ध हो जाती है। सगर्भा स्त्री यदि शंखस्थ जल द्वारा स्नान शालिग्राम शिला का चरणामृत पान करे तो अन्यान्य लाभों के साथ उससे प्रसूत बालक कभी मूक नहीं हो सकता। रुक-रुककर बोलने वाले हकले व्यक्ति पर तो मैनें शंखजल पान का स्वयं प्रयोग करके देखा है। पाठक स्वयं भी अनुभव कर सकते हैं। धैर्य और नैरन्तरर्य की आवश्यकता है, लाभ अवश्य होगा।
Pooja/Tantra           पूजा / तंत्र

    आपकी वर्तमान एंव भविष्य की परेशानियों एंव कष्टों को दूर करने हेतु मंत्र तंत्र, अनुष्ठान एंव यज्ञ का प्रावधान है जिससे शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एंव शिक्षा आदि परेशानियों को दूर किया जा सकता है।

विवाह तंत्र घट विवाह अनुष्ठान अनुकूल रत्न
 
Our Products           हमारे उत्पाद

    सिद्ध यंत्र, सिद्ध लाकेट, सिद्ध रुद्राक्ष एंव सिद्ध मालायें धारण करने एंव मंत्रों के जाप से पति-पत्नि बशीकरण, मुकदद्मा जीतने, शिक्षा एंव नौकरी की रूकावटों, शारीरिक, मानसिक परेशानी दूर की जा सकती है।

सिद्ध पूजा यंत्र सिद्ध-रुद्राक्ष मालायें सिद्ध लाकेट
Education              शिक्षा

    हम अपनी ज्योतिष, तंत्र शिक्षा प्रसार समिति द्वारा ज्योतिषशास्त्र, वास्तुशास्त्र एवं अंकविज्ञान आदि की शिक्षा प्रदान करते है। यह संस्था अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ, नई दिल्ली से सम्बद्ध (affilated) है।

पाठ्यक्रम परीक्षायें परीक्षाफल विद्यार्थी सूची
 
Publications           प्रकाशन

    आपको ज्योतिष एंव वास्तु का ज्ञान प्रदान करके जीवन की उन्नति हेतु हम द्वि-मासिक "भविष्य निर्णय" पत्रिका, भविष्य दर्शन पंचांग कालदर्शक (कलेण्डर) एवं लघु पाकेट पंचांग का प्रकाशन करते हैं।

पत्रिका कलेण्डर पंचांग लेख

 
1_Links

DISCLAMER-There are no guarantees that every person using this service will get their desired results for sure.
Astrological results depend on a lot of factors and the results may vary from person to person.