Favourable Gems/राशि रत्न Tantrik Pendant/ तांत्रिक लाकेट Baby Names/बच्चों के नाम |
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Vyaparvardhak
व्यापार बर्धक यंत्र निर्माणः- इसे किसी भी शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बनाना चाहिए। रात्रि के समय इसकी साधना की जाती है। यंत्र ताम्बे, चांदी, सोने में बनाया जा सकता है। पूजा-समयः- शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी की रात्रि। पूजन सामग्रीः- यंत्र, सफेद पुष्प, स्फटिक माला, तेल का दीपक, सफेद वस्त्र, पूजन थाली व सामग्री। पूजन विधिः- यह साधना 21 दिन की है। इसे रात्रि में किया जाता है। इसमें साधक को सफेद वस्त्र पहनने चाहिए। 21 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक, एक समय भोजन करना है। यंत्र को पूजा की थाली में स्थापित करें। यह अनुष्ठान ऐसे स्थान पर करें। जहाँ पर कोई बाधा न पड़ें। 21 दिनों तक यह यंत्र व पूजन की थाली आदि वहीं पर रहनी चाहिए। साधना करते समय साधक का मुँह उत्तर दिशा में रहना चाहिए। यंत्र को सफेद पुष्प चढ़ाएं तथा निम्न मंत्र की 11 माला 21 दिन तक जपें। मंत्र :- ॐ ह्रीं श्रीं अर्ह नमः |
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