सतà¥à¤¯ है कि पिरामिड का उदà¥à¤à¤µ और विकास मिसà¥à¤° में हà¥à¤† है, लेकिन उसे आम जीवन के लिठउपसोगी बनाने à¤à¤µà¤‚ विशेष आकृति देकर यंतà¥à¤° रूप पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ का ही विशकष योगदान है। हमारे ऋषि-मà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इस पिरामिडाकृति की विशेष ऊरà¥à¤œà¤¾ को पहचान लिया था । इस आकृति का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अनेकों पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से होता चला आ रहा है। पिरामिड शकà¥à¤¤à¤¿ व उसके मूल ततà¥à¤µ को समà¤à¤¨à¥‡ व जानने के लिठअनेकों अनà¥à¤¸à¤‚धान हà¥à¤ हैं, जिससे जनकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करके ही वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ ने पिरामिड को मानव कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठउपयोगी माना है। पिरामिड के अनंत फायदे हैं जो अवरà¥à¤£à¤¨à¥€à¤¯ हैं। इनका अनà¥à¤à¤µ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अजमाकर ही किया जा सकता है। पिरामिड का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में हो रहा है। इसके लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• परिणामों में à¤à¥€ अधिकाधिक वृदà¥à¤§à¤¿ हो रही है। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अगà¥à¤¨à¤¿ का सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ आप जाने-अनजाने जैसे à¤à¥€ करें, वह आपको अपना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ अवशà¥à¤¯ दिखायेगी ही। इसी तरह पिरामिड का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— à¤à¥€, चाहे जिस तरह से à¤à¥€ किया जाये लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ ही सिदà¥à¤§ होगा।
पिरामिड के उपयोग से हमारी मानसिक शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ अधिक विकसित और शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ होकर विलकà¥à¤·à¤£ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ और कारà¥à¤¯ कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ में वृदà¥à¤§à¤¿ करती है। पिरामिड मानसिक तनाव और थकान को दूर करने में à¤à¥€ उपयोगी है।
पिरामिड के à¤à¥€à¤¤à¤° औषधि रखकर सेवन करने से औषधि का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ होता है। पिरामिड का बनाया हà¥à¤† पानी पीने से सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के रोगों में लाठहोता है तथा वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दीरà¥à¤§à¤¾à¤¯à¥ होता है।
दिमागी कमजोरी, अलà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ या बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ कà¥à¤·à¥€à¤£ आदि में पिरामिडीय शकà¥à¤¤à¤¿ का उपयोगी अतà¥à¤¯à¤‚त उपयोगी सिदà¥à¤§ हà¥à¤† है। पिरामिडीय आकार की टोपी पहनने से मंद बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ विकसित होती है। पिरामिड के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से मानसिक शारीरिक और à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• रूप से अचà¥à¤›à¥‡ परिणाम मिलते हैं। इसकी पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ लोगों के अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ व पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हà¥à¤ˆ है। पिरामिड के उपयोग से ठोस, दà¥à¤°à¤µà¥à¤¯, पौधों, कीड़ों में नहीं बलà¥à¤•à¤¿ मानव में à¤à¥€ असाधारण ऊरà¥à¤œà¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का पता लगाया।
चिकितà¥à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ के पूरक के रूप में à¤à¥€ पिरामिड की उपयोगिता सिदà¥à¤§ होती जा रही है। पिरामिड à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करता है, जो घाव को à¤à¤°à¤¨à¥‡ में और रोगों के सà¥à¤§à¤¾à¤° में अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ हैं। पिरामिड की यह रोग सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ न केवल मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठवरनॠपशà¥à¤“ं और पौधों और अनà¥à¤¯ जीवीत पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥€ उपयोगी है।
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें यह जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होता है कि पिरामिड की उपयोगिता विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ है। अनेकों कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में पिरामिड का उपयोग सिदà¥à¤§ हो चà¥à¤•à¤¾ है। पिरामिड ऊरà¥à¤œà¤¾ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— वासà¥à¤¤à¥ दोषों को दूर करने में à¤à¥€ अतà¥à¤¸à¤§à¤¿à¤• उपयोगी रहा है। पिरामिड के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• जटिल समसà¥à¤¯à¤¾ का सरल और वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• समाधान है।
पिरामिड के अंदर बैठकर रोगी शीघà¥à¤° सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ लाठकरता है। इससे सिर-दरà¥à¤¦ à¤à¥€ शीघà¥à¤° ही दूर होता है। मोटे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¤¾à¤° संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ होता है। पौधों पर à¤à¥€ पिरामिड का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ता है। पिरामिड जल से ये जलà¥à¤¦à¥€ बड़े होते हैं। à¤à¥‹à¤œà¤¨ तथा जल à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‚षि नहीं होता।
हमारे देश में कई पवितà¥à¤° कà¥à¤‚ड पिरामिडकार हैं, जिनमें सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कर लेने मातà¥à¤° से समसà¥à¤¤ चरà¥à¤® रोग दूर हो जाते हैं। इन कà¥à¤‚डों के पीछे à¤à¥€ पिरामिड की ऊरà¥à¤œà¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ का सिधà¥à¤¦à¤¾à¤¨à¥à¤¤ ही कारà¥à¤¯ करता है।
वासà¥à¤¤à¥à¤•à¤²à¤¾ में पिरामिड की सरंचना सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¤¿à¤¤à¥à¤µ तथा à¤à¥‚कमà¥à¤ª आदि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¤à¥‹à¤‚ से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ कर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से अतà¥à¤¯à¤‚त महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ तंतà¥à¤° विदà¥à¤¯à¤¾ में इसके अनेकों सशकà¥à¤¤ उदाहरण मिलते हैं। शैव मतों में तथा शाकà¥à¤¤ मतों में विशेष रूप से पिरामिड / तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— मिलता है। पंचमहाà¤à¥‚तों में अगà¥à¤¨à¤¿ ततà¥à¤µ को उरà¥à¤§à¥à¤µà¤®à¥à¤–ी तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£ की यंतà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही सूचित किया जाता है। ‘ शà¥à¤°à¥€à¤¯à¤‚तà¥à¤°â€™ 108 तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£à¥‹à¤‚ पर ही आधारित है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° इस पिरामिड शकà¥à¤¤à¤¿ का उपयोग à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ यंतà¥à¤° विदà¥à¤¯à¤¾ व तंतà¥à¤° विदà¥à¤¯à¤¾ में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है।
रोग पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• शकà¥à¤¤à¤¿ तथा जीवनी शकà¥à¤¤à¤¿ को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में पिरामिडीय शकà¥à¤¤à¤¿ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• उपयोगी सिदà¥à¤§ होती है। सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ वरà¥à¤§à¤¨ तथा मनोकामनाओं की पूरà¥à¤¤à¤¿ दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ पिरामिड की रहसà¥à¤¯à¤®à¤¯à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ उपयोगी सिदà¥à¤§ हो रही हैं।
खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ तथा अनà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¥‚ल पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ को समय तक यथावत बनाये रखने में पिरामिडीय फà¥à¤°à¤¿à¤œ, कोलà¥à¤¡ सà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤œ के मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¥‡ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ सिदà¥à¤§ होता है। वह न केवल खादà¥à¤¯-पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ को सड़ने-गलने से रोकता है बलà¥à¤•à¤¿ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ताजा बनाये रखता है, साथ ही उनकी गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ अधिक समय तक बनाये रखता है।
संसार à¤à¤° के वासà¥à¤¤à¥ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, इंजीनियरों, पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤¤à¤µà¤µà¥‡à¤¤à¥à¤¤à¤¾à¤“ं, à¤à¥‚गरà¥à¤à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, इतिहासकारों और खगोलविदों ने समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ शोध दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· निकाला है कि विशà¥à¤µ के समसà¥à¤¤ चैकोर à¤à¤µà¤¨, पिरामिड आकृति यदि हम अपने घर में, दà¥à¤•à¤¾à¤¨ में, कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में रखें अथवा किसी à¤à¥€ रूप में शरीर पर धारण कर लें तो यह हमारे में (पॉजिटिव) सकारतà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ को बà¥à¤¾à¤¤à¤¾ है अथातॠपॉजिटिव à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ में अà¤à¥‚तपूरà¥à¤£ वृदà¥à¤§à¤¿ करता है। पिरामिड का किसी à¤à¥€ रूप में उपयोग करना अपने जीवन को समृदà¥à¤§à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ व उनà¥à¤¨à¤¤ बनाते हैं।
पिरामिड जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ लगातार वृदà¥à¤§à¤¿ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° है। इसी लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ के कारण कई पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ वृहà¥à¤¦ पिरामिड, नवगà¥à¤°à¤¹ पिरामिड, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पिरामिड, मंगल पिरामिड, रोग निवारक पिरामिड, वासà¥à¤¤à¥ पिरामिड, कलà¥à¤ªà¤µà¥ƒà¤•à¥à¤· पिरामिड, राशि पिरामिड, सà¥à¤«à¤Ÿà¤¿à¤• पिरामिड, अषà¥à¤Ÿà¤§à¤¾à¤¤à¥ पिरामिड, पारद पिरामिड सहित अंगूठी, लॉकेट, बà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤²à¥‡à¤Ÿ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कर रहे हैं। इनका पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¨ तेजी से बà¥à¤¤à¤¾ जा रहा है।
आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— में 60 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ घर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अà¤à¤¾à¤µ में वासà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤°à¥‚प नहीं बन पाते। बनने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ दोषों को तोड़कर सहि कराना संà¤à¤µ नहीं हो पाता, जिससे à¤à¤µà¤¨ में रहने वालों को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज के महंगाई के समय में, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अà¤à¤¾à¤µ में तोड़-फोड़ करके दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ से घर को वासà¥à¤¤à¥ अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अनà¥à¤•à¥‚ल बनाना अतà¥à¤¯à¤‚त मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² होता है। कà¥à¤› परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में दरवाजे की सही दिशा न होने पर à¤à¥€ हम उसका परिवरà¥à¤¤à¤¨ आसानी से नहीं कर पाते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कà¤à¥€-कà¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ कठिन होता है। पिरामिड के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के वासà¥à¤¤à¥ दोषों को सरलता से दूर किया जा सकता है। पिरामिड के सà¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨ मातà¥à¤° से आतà¥à¤®à¤¾, मन व परिवेश पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ समृदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की जा सकती है। ऊरà¥à¤œà¤¾ को अनà¥à¤•à¥‚ल बनाने की अतà¥à¤¯à¤‚त उपयोगी विधि है। पिरामिड यंतà¥à¤° केवल पिरामिड और यंतà¥à¤° की सरल यà¥à¤¤à¤¿ ही नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ यह समसà¥à¤¯à¤¾ समाधान या विशेष कारà¥à¤¯ की पूरà¥à¤¤à¤¿ हेतॠनाजà¥à¤• और गतिशील ऊरà¥à¤œà¤¾ गà¥à¤£à¤• है।
इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ वासà¥à¤¤à¥ दोष होने पर वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ होता है और उसके कारण मालिक दà¥à¤ƒà¤–ी व चिंतित रहने लगता है। किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से à¤à¤µà¤¨ को तोड़कर वासà¥à¤¤à¥ दोष दूर करना असंà¤à¤µ होता है। उपाय न करने उसका खामियाजा (नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨) मालिक को ही à¤à¥à¤—तना पड़ता है। उदाहरणारà¥à¤¥- दà¥à¤•à¤¾à¤¨/कारà¥à¤¯à¤²à¤¾à¤¯ में चोरी होना, करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की हेरा-फेरी का होना अथवा गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤•à¥‹à¤‚ को लाठन मिलना आदि। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की हानि वासà¥à¤¤à¥ दोष के कारण होती है।
पिरामिड को उचित सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने से नव निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤¨ के जाने-अनजाने समसà¥à¤¤ दोषों का निवारण हो जाता है। रेमेडियल वासà¥à¤¤à¥ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ पिरामिड अतà¥à¤¯à¤‚त उपयोगी है।