वासà¥à¤¤à¥ के साथ पिरामिड का बहà¥à¤¤ नजदीक संबंध है। वासà¥à¤¤à¥ का ही à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग है- पिरामिड। वासà¥à¤¤à¥ दोषों के निवारण के लिठपिरामिड का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया जाना अतà¥à¤¯à¤‚त लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ सिदà¥à¤§ होता है। ‘वासà¥à¤¤à¥ दोष-निवृतà¥à¤¤â€™ शबà¥à¤¦ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— दो अरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ में में किया जाता है- पहला, नये à¤à¤µà¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करते समय और दूसरा, जब à¤à¤µà¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ पूरा हो है-
पिरामिड, अषà¥à¤Ÿà¤§à¤¾à¤¤à¥ पिरामिड, पारद पिरामिड सहित अंगूठी, लाॅकेट, बà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤²à¥‡à¤Ÿ
चà¥à¤•à¤¾ हो। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤¨ के दोषों का पता चले, निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤¨ में कोई à¤à¥€ तोड़-फोड़ कराना आसान नहीं होता।
पिरामिड का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— दोनों ही परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में सà¥à¤–दायी à¤à¤µà¤‚ शांतिपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤• होता है। ऊरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वासà¥à¤¤à¥-दोषों का सà¥à¤§à¤¾à¤° करने का यह नया और अधिक वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• तरीका है। वासà¥à¤¤à¥ के छोटे-छोटे दोषों को डà¥à¤‚ड कर उनमें सà¥à¤§à¤¾à¤° करने की अपेकà¥à¤·à¤¾ घर या कारà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¥à¤² को ऊरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ से परिपूरित कर दें तो उसके आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• परिणाम देखने को मिलते हैं। आज के इस मशीनी यà¥à¤— में हमारे पास समय का अà¤à¤¾à¤µ है, इसीलिठहम अपनी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का शीघà¥à¤° तथा वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• हल चाहते हैं।
वासà¥à¤¤à¥ दोषों के निवारण की अनà¥à¤¯ विधियों में आप केवल अपने सकारतà¥à¤®à¤• विचारों की शकà¥à¤¤à¤¿ का, धन का तथा समय का उपयोग करते हैं। जबकि पिरामिड शकà¥à¤¤à¤¿ असीम शकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° है। उसकी आकृति और बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡à¥€à¤¯ रेखागणित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में सहायता करते हैं और वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की विचारधारा को à¤à¥€ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। इसका यह मà¥à¤–à¥à¤¯ लाठहै कि इस यंतà¥à¤° को à¤à¤• बार सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ यह सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कारà¥à¤¯ करता है। पिरामिड को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की सकारतà¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में अपेकà¥à¤·à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤ कम समय लगता है। जैसे अगà¥à¤¨à¤¿ का कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ और ताप देना तो होता ही है, साथ ही यह परिषà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¥€ करती है। अगà¥à¤¨à¤¿ सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ की सारी कलà¥à¤·à¤¤à¤¾ को जला देती है, जिससे सोना विशà¥à¤¦à¥à¤§ कà¥à¤‚दन का डेला बन जाता है। इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पिरामिड à¤à¥€ कारà¥à¤¯ करता है पिरामिड में à¤à¥€ अगà¥à¤¨à¤¿ का वास माना जाता है। असकी विशेष आकृति छः दिशाओं में कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ करती है। यह बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡à¥€à¤¯ ऊरà¥à¤œà¤¾ का सूकà¥à¤·à¥à¤® संसाधक है। पिरामिड सूरà¥à¤¯, चंदà¥à¤° और अनà¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ की बरसती हà¥à¤ˆ ऊरà¥à¤œà¤¾ तथा पृथà¥à¤µà¥€ की उधà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤—ामी ऊरà¥à¤œà¤¾ से यारा काम करता है। इसी असीमित शकà¥à¤¤à¤¿ के कारण यह दोषों के निवारण देता है। इसीलिठहम अनेकों वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¤¾à¤‚े अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥‹à¤‚ व पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों के आधार पर यह कह सकते हैं कि पिरामिड वासà¥à¤¤à¥ दोषों के निवारण में सकà¥à¤·à¤® है।
पिरामिड के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वासà¥à¤¤à¥ दोषों का निवारण करके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤–ी व समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ रह सकते हैं। पिरामिड की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ का अरà¥à¤¥ है- सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के वासà¥à¤¤à¥ दोषों से पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤¾ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¥¤
पिरामिड à¤à¤• नई व आधà¥à¤¨à¤¿à¤• तकनीक के रूप में अनà¥à¤¯ तकनीकों व साधनों के साथ वासà¥à¤¤à¥ के दोषों को दूर करने में अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤•à¤¾à¤°à¥€ सिदà¥à¤§ हà¥à¤† है। यह पिरामिड देखने में अवशà¥à¤¯ मिसà¥à¤° के पिरामिड के समान लगता हैं, परंतॠइसका कारà¥à¤¯ करने का सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त बिलà¥à¤•à¥à¤² अलग है और यह कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कारà¥à¤¯à¤¾à¥‡à¤‚ हेतॠपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में लाया जा रहा है। अलग-अलग वासà¥à¤¤à¥ दोषों के निवारण के लिठअलग-अलग तरह के पिरामिड यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में होता है। जैसे- पायरा सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤ª, पायरा à¤à¤‚गल, पायरा चिप, पायरा à¤à¤°à¥‹, मलà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤° पिरामिड, पायरा वासà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¥¤ अलग-अलग समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के लिठअलग-अलग पिरामिड यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का उपयोग किया जाता है। पिरामिड का रंग सफेद ही अधिक अचà¥à¤›à¤¾ होता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सफेद रंग बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर सà¤à¥€ रंगों को गà¥à¤°à¤¹ करने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखता है।
वासà¥à¤¤à¥ सà¥à¤§à¤¾à¤° में पिरामिड यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ को दीवार या छत में शीरà¥à¤· नीचे की ओर करके लगाया जाता है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धरती के नीचे à¤à¥€ लगाया जा सकता है।
उदाहरण के लिठनिमà¥à¤¨ रेखा चितà¥à¤° को देंखें।
पिरामिड यंतà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना हो तो कà¥à¤› विशेष बातों का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤² को ऊरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने और à¤à¥‚खंड की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के लिठपिरामिड यंतà¥à¤° जमीन के अंदर ही रखने पड़ते हैं। à¤à¤¸à¥‡ में कम से कम नौ पिरामिड यंतà¥à¤° लगाने चाहिà¤à¥¤à¤à¤• फà¥à¤Ÿ से अधिक गहरा गडà¥à¤¢à¤¾ खोदेें और इतना बड़ा खोदें कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• पिरामिड के बीच कम से कम छः इंच का अंतर रहे।
साथ ही यह à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखने योगà¥à¤¯ है कि पिरामिड यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की आधार रेखा चà¥à¤®à¥à¤¬à¤•à¥€à¤¯ धà¥à¤°à¥€ के समानांतर रहे। इसके बाद गडà¥à¤¢à¥‡ को à¤à¤° दें। अगर खेत में जमीन के अंदर पिरामिड सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना हो तो गडà¥à¤¢à¤¾ तीन फà¥à¤Ÿ गहरा खोदना चाहिà¤à¥¤
दीवार और छत पर पिरामिड यंतà¥à¤° लगाने के लिठदोनों ओर चिपकाने वाले टà¥à¤µà¤¿à¤¨ टेप को पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करेें। यह टेप दोनों ओर से चिपकाना है। टेप का छोटा टà¥à¤•à¥œà¤¾ काटें और पिरामिड की पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ के नीचे चिपका दें। पिरामà¥à¤¡à¤¿ की आधार रेखा जमीन या छत के समानांतर होनी चाहिà¤à¥¤ छत पर सà¤à¥€ पिरामिड के शीरà¥à¤· नीचे की तरह रहेंगे।
कम से कम और अधिक सक अधिक कितने पिरामिड का उपयोग होना चाहिठयह à¤à¥€ अतà¥à¤¯à¤‚त महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषय है। वैसे तो पिरामिड शकà¥à¤¤à¤¿ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ यà¥à¤•à¥à¤¤ होती है इसलिठछोटी-सी पिरामिड चिप से à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ परिणाम पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो सकता हैं। कम से कम पिरामिड की संखà¥à¤¯à¤¾ नौ होनी चाहिà¤à¥¤ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ में यदि वासà¥à¤¤à¥ दोष हो तो पिरामिड की संखà¥à¤¯à¤¾ नौ हो और उसे जमीन के अंदर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें। नौ मलà¥à¤Ÿà¥€à¤ªà¤² पिरामिड à¤à¥€ लगायी जा सकती है। जहां पर वासà¥à¤¤à¥ दोष सà¥à¤§à¤¾à¤° करना हो तो वहां पर कम से कम तीन पिरामिड यंतà¥à¤° लगायें। लेकिन दोष बड़े या गहरे रूप में है, तो पिरामिड की संखà¥à¤¯à¤¾ को 9 के मलà¥à¤Ÿà¥€à¤ªà¤² में बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ जायें। जैसे -9, 18, 27।
सबसे पहले घर के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ को ऊरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करना चाहिà¤à¥¤ उसके बाद रसोई घर, शयनककà¥à¤· और शौचालय आदि में पिरामिड यंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करना चाहिà¤à¥¤ शौचालय के अंदर कà¤à¥€ à¤à¥€ पिरामिड यंतà¥à¤° न लगाà¤à¤‚।