अंक 2 - स्वामी चंद्रमा
मूलांक
| 20 जुलाई से 20 अगस्त के मध्य जन्म लेने वालों पर विशेष प्रभावी |
शुभ तारीखें
| 2,11, 20, 29 |
सहायक तारीखें
| 4, 7, 13,16, 22, 25, 31 |
शुभ वर्ष
| 20, 29, 38, 47, 56, 65, 74, |
शुभ दिन
| सोमवार, रविवार, शुक्रवार सोमवार का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। |
शुभ ग्रह
| गुरू एंव मंगल |
अशुभ ग्रह
| बुध एंव राहु |
मित्र राशि
| मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मीन |
शुभ रंग
| सफेद, कर्पूरी, अंगूरी, हल्का हरा |
अशुभ रंग
| काला, लाल, नीला
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शुभ रत्न
| मोती, मून स्टोन, दूधिया स्फटिक |
शुभ धातु
| सफेद धातु, सफेद सोना, चाँदी |
शुभ दिशा
| उत्तर, उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम |
मित्र अंक |
2, 7, 9 |
सम अंक
| 1, 3, 4, 6 |
शत्रु अंक
| 5, 8 |
दान की वस्तु
| मोती, स्वर्ण, रजत-कर्पूर-चावल-मिश्री-दही-श्वेत वस्त्र, श्वेत पुष्प-शंख-पुस्तक-लेखा-कागज |
स्वास्थ्य समस्या
| हद्रय व फेफड़े संबंधी, अपच, डिप्थीरिया, दायीं आंख, अति निद्रा, दमा, अतिसार, रक्ताल्पता , दमन, गुर्दे की बीमारियां, वीर्य-दोष, मासिक धर्म में बाधा, जलोदर, आँत रोग, वक्षस्थल-संबंधी रोग, स्तन गिल्टियाँ कुंठा, संत्रास, मानसिक उद्वेग, गैस्ट्रिक ट्रेबल। |
उपाय
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व्यवसाय
| द्रव्य पदार्थ, तैलीय कार्य, पर्यटन, मुख्यावास, समुद्र यात्रा, पशु व्यवसाय, शुगर मिल, अन्न का व्यवसाय, तैराकी, फल व्यवसाय, दही, दूध-घी का कार्य, कागज, कृषि कर्म, चीनी का व्यापार, औषधि विक्रय, भ्रमण कार्य, एजेंट, प्रतिनिधि, संपदान, लेखन, संगीत, अभिनय, नृत्य, भूमि प्रबंध, ठेकेदारी, चिकित्सा, रत्नों का व्यवसाय, भूगर्भ वस्तु व्यवसाय, क्रय-विक्रय, दंत चिकित्सा, पशु व्यवसाय।
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वनस्पति
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पंचगव्य, चांदी, मोती, शंख, सीप और कुमुद अदि औषधियों का चूर्ण कर, पानी में डाल कर स्नान करना सभी प्रकार के रोगों से मुक्तिदायक रहेगा। |
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